बिजली मंत्री AK शर्मा का फूटा गुस्सा, बेलगाम अफसरों पर बरसे

महेंद्र सिंह
महेंद्र सिंह

यूपी के बिजली मंत्री AK शर्मा इन दिनों अपने ही विभाग के अफसरों से खासे नाराज़ हैं—और इस बार वजह बनी एक वायरल ऑडियो, जिसने सिस्टम की पोल खोल दी। जब रिटायर्ड PCS अफसर ने 8 घंटे की बिजली कटौती से परेशान होकर SE विद्युत को फोन मिलाया, तो उन्हें बिजली नहीं मिली, बदतमीजी ज़रूर मिल गई।

“1912 पर कॉल कर लो!” — अफसर की ग्राहक सेवा

SE प्रशांत सिंह, जिनकी ड्यूटी बस्ती जिले में है, ने उपभोक्ता को सही जवाब देने की जगह राजनीतिक रिश्तों का पावर बैकअप दिखाना शुरू कर दिया। उन्होंने खुद को सपा सांसद रामजी लाल सुमन का बहनोई और राजबब्बर का साला बता दिया। बिजली देने के बदले उन्होंने फुल राजनीतिक डिस्क्लोजर दे दिया—“Public ko power नहीं, पॉलिटिक्स चाहिए क्या?”

वायरल ऑडियो से हुआ “शॉर्ट सर्किट”

जैसे ही ये ऑडियो मंत्री AK शर्मा तक पहुंचा, तो उन्होंने तुरंत विभाग के तार हिला दिए। मंत्री जी बोले – “अब ये विभाग पुलिस से भी ज़्यादा लचर हो गया है!” और चेतावनी दे डाली – “अगर अफसरशाही ऐसे ही बेलगाम रही, तो नतीजे भयंकर होंगे!” शायद अब बिजली नहीं आएगी, लेकिन तबादले की गड़गड़ाहट जरूर सुनाई देगी।

जनता vs विभाग: “लाइट नहीं आती, लेकिन अकड़ फुल टाइम!”

जब जनता बिजली कटौती से परेशान हो, और ऊपर से अफसर उन्हें कॉल सेंटर भेज दें, तो समझ लीजिए समस्या केवल तकनीकी नहीं, व्यवस्थात्मक ब्लैकआउट भी है। PCS रिटायर्ड अफसर तो फिर भी समझदार निकले, वरना आम आदमी का फ्यूज तो पहले ही उड़ चुका है।

जनता को करंट और अफसरों को करारा जवाब चाहिए

बिजली विभाग अब सिर्फ तार नहीं, धैर्य भी जला रहा है। मंत्री AK शर्मा का आक्रोश इस बात का संकेत है कि विभाग को अब सिर्फ लाइन नहीं, सिस्टम भी सुधारनी होगी। क्योंकि जनता अब केवल बिजली नहीं, जवाबदेही भी चाहती है।

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